पैसों की कमी से जूझ रहे लोगों की मजबूरी का फ़ायदा उठाने वाले एक बेरहम साहूकार को मज़ा चखाने के लिए दो युवा मुक्केबाज़, एक दयालू सूदखोर से हाथ मिलाते हैं.
पैसों की कमी से जूझ रहे लोगों की मजबूरी का फ़ायदा उठाने वाले एक बेरहम साहूकार को मज़ा चखाने के लिए दो युवा मुक्केबाज़, एक दयालू सूदखोर से हाथ मिलाते हैं.