गुलाबगंज नाम के एक कार्टेल-नियंत्रित कस्बे में अफ़ीम का एक बहुत बड़ा सौदा होता है, जो शहर से आए एक पुलिस वाले और प्यार के मारे एक मैकेनिक को अपने चंगुल में घसीट लेता है.
गुलाबगंज नाम के एक कार्टेल-नियंत्रित कस्बे में अफ़ीम का एक बहुत बड़ा सौदा होता है, जो शहर से आए एक पुलिस वाले और प्यार के मारे एक मैकेनिक को अपने चंगुल में घसीट लेता है.